बाबा सिद्दीकी की हत्या: मुंबई में पूर्व विधायक की गोली मारकर हत्या, पुलिस जांच के कई एंगल
मुंबई पुलिस पूर्व महाराष्ट्र विधायक और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जांच कर रही है, जिसमें ठेके पर हत्या, व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता और झुग्गी पुनर्वास परियोजना से संबंधित धमकियों सहित कई एंगल शामिल हैं। 66 वर्षीय सिद्दीकी की शनिवार रात तीन हमलावरों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई।
सिद्दीकी पर हमला बांद्रा में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर हुआ, जो वर्तमान में विधायक हैं। उन्हें गंभीर हालत में लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहाँ रात 9:30 बजे उन्हें भर्ती किया गया। डॉक्टरों के प्रयासों के बावजूद, रात 11:27 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
दुर्गा विसर्जन के शोर में चलाईं गोलियां
फॉरेंसिक टीम ने अपराध स्थल से नमूने एकत्र किए हैं और पुलिस सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा कर रही है। पुलिस के अनुसार, हमलावरों ने 9.9 मिमी पिस्टल का इस्तेमाल किया और चार से पांच राउंड गोलियां चलाईं। उन्होंने दुर्गा विसर्जन जुलूस के दौरान पटाखों की आवाज़ का फायदा उठाते हुए गोलीबारी की, जिससे वहां मौजूद अधिकतर लोगों ने गोली चलने की आवाज़ नहीं सुनी।
डॉक्टरों का बयान
लीलावती अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, बाबा सिद्दीकी को रात 9:30 बजे बेहोशी की हालत में लाया गया। उनकी नब्ज नहीं चल रही थी, न ही दिल की धड़कन और न रक्तचाप था। उनके सीने पर गोली लगने के निशान थे। अस्पताल ने तुरंत उन्हें आईसीयू में भर्ती कर पुनर्जीवन की कोशिश की, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
दो आरोपी गिरफ्तार, तीसरा फरार
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पुष्टि की कि उत्तर प्रदेश और हरियाणा से दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीसरा आरोपी फरार है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गुरमेल सिंह (हरियाणा) और धर्मराज कश्यप (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है। दोनों को पुलिस हिरासत में रखा गया है और उन्हें एस्प्लेनेड कोर्ट में पेश किया जाएगा।
हत्या की योजना और संभावित कारण
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने सिद्दीकी के घर और कार्यालय की रेकी की थी और कई महीनों से उन पर नज़र रखी जा रही थी। पुलिस इस हत्या की जांच ठेके पर हत्या, व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता और झुग्गी पुनर्वास परियोजना से जुड़े खतरे सहित विभिन्न कोणों से कर रही है। साथ ही, पुलिस लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की संलिप्तता की भी जांच कर रही है, क्योंकि बाबा सिद्दीकी अभिनेता सलमान खान के करीबी माने जाते थे, जिन्हें पहले बिश्नोई गिरोह से धमकियाँ मिल चुकी हैं।
नेताओं की प्रतिक्रिया
बाबा सिद्दीकी के निधन ने राजनीतिक हलकों में गहरा सदमा पैदा कर दिया है। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने इस हत्या पर महाराष्ट्र सरकार को कानून व्यवस्था में विफलता के लिए आड़े हाथों लिया। वहीं, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने इस घटना को "बेहद दुर्भाग्यपूर्ण" करार देते हुए अपने शोक व्यक्त किए।
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